आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे टाइफाइड रिपोर्ट कैसे देखें यह जानने से पहले हमें यह पता होना चाहिए कि टाइफाइड क्या होता है? यह किस तरह किसी व्यक्ति को प्रभावित करता है। किस तरह के लक्षण दिखने पर हमें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। तो चलिए पहले टाइफाइड के बारे में जानते हैं।
टाइफाइड क्या है ( Typhoid In Hindi )
टाइफाइड अंग्रेजी भाषा का शब्द है जिसका हिंदी अनुवाद आंत्र ज्वर है। यह बुखार Salmonella Bacteria से होता है। यह मियादी बुखार नाम से भी जाना जाता है। इस बुखार की वजह दूषित भोजन है जिसकी वजह से food poisoning हो सकता है।
बुखार के साथ अन्य लक्षण दिखने पर अंदाजा लगाया जा सकता है, कि आपको टाइफाइड हो सकता है, और इस अवस्था में डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक होता है।
टाइफाइड बुखार के लक्षण -
- तेज बुखार
- अत्यधिक कमजोरी महसूस होना
- बार बार दस्त लगना
- अमाशय के आस पास दर्द महसूस होना
- तलवों में जलन
- नीद में कमी
- शरीर के किसी भाग पर लाल धब्बे होना
- चक्कर आना
इन सभी लक्षणों का अधिक टाइम तक रहना, टाइफाइड का संकेत देता है। अगर टायफाइड की मात्रा बहुत कम है, तब डॉक्टर दवाइयों के द्वारा रोगी को ठीक करने की कोशिश करते है। कुछ समय बाद रोगी की स्तिथि में सुधार ना होने पर डॉक्टर द्वारा टायफाइड टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है।
इस दौरान रोगी टेस्ट क्लिनिक से डॉक्टर द्वारा लिखी गई पर्ची के अनुसार टेस्ट करवाता है, परिणामस्वरूप 2 या 1 पेज़ की डॉक्यूमेंट मिलते है, जिसे टायफाइड रिपोर्ट से पहचाना जा सकता है।
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टाइफाइड रिपोर्ट क्या है ? ( Typhoid Report )
टाइफाइड रिपोर्ट क्लीनिक टेस्ट रूम में तैयार की गई एक प्रकार की टाइफाइड बुखार से संबंधित मेडिकल रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट के माध्यम से बुखार की निगेटिव (-) तथा पॉजिटिव (+) स्थिति का पता लगाया जाता है।
अगर आपकी रिपोर्ट निगेटिव है तब आपको यह बुखार नहीं है परंतु अगर आपकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तब आप समझ सकते हैं कि आपको बुखार हो चुका है।टाइफाइड की पॉजिटिव स्थिति और उसकी सटीक मात्रा को देखते हुए डॉक्टर द्वारा दवाइयां तथा उपचार उपलब्ध कराया जाता है।
टाइफाइड टेस्ट क्या है ? ( Typhoid Test )
यह टेस्ट एक मेडिकल टेस्ट है जो टाइफाइड बुखार के लिए किया जाता है इस टेस्ट का मुख्य उद्देश्य रोगी की स्थिति को बताना है। इस टेस्ट के माध्यम से साल्मोनेला के विरुद्ध कार्यरत एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है।
डॉक्टर द्वारा टाइफाइड के लिए निम्न टेस्ट करवाए जा सकते है ।
-
Widal Test
- TyphiDot Test
- Blood Culture Test
- Stool Culture/Urine Culture Test
- Bone Marrow Test
टाइफाइड टेस्ट की जाँच कब करानी चाहिए ?
समान्य तौर पर 2 साल में एक बार इसकी जांच करा सकते है क्यूंकि जिस तरह आज का पर्यावरण प्रदूषण है, इससे बैक्टीरिया इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ गई है। दूषित खाद्य पदार्थों से जीवाणु शरीर में प्रवेश कर जाते है और इम्यूनिटी कमज़ोर होने पर शरीर को प्रभावित करते है।
किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर कभी कभी बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश कर जाता है लक्षण गंभीर होने पर डॉक्टर की सलाह के बाद जांच अवश्य करनी चाहिए।
डॉक्टर के अनुसार लक्षण दिखने के 7 दिन बाद ही टेस्ट कराना चाहिए इस समय अंतराल के दौरान स्पष्ट रूप से रिपोर्ट मिल जाती है।
टाइफाइड टेस्ट कैसे किया जाता है ?
जैसा की आपने उपर पढ़ा, टाइफाइड के लिए डॉक्टर द्वारा अनेक प्रकार के टेस्ट लिखे जा सकते है। उन सभी में से एक टेस्ट रिपोर्ट को कम समय में प्राप्त किया जा सकता है जो कि विडाल टेस्ट (Widal Test) के नाम से जाना जाता है।
विडाल टेस्ट क्या होता है ( widal test in hindi )
Widal Test की खोज George-Fernand Widal ने की थी उनके नाम पर ही इस टेस्ट का नाम रखा गया है! टाइफाइड होने के बाद मनुष्य शरीर एक प्रकार की एंटीबाडी बनता है, जिसको पहचानने के लिए विडाल टेस्ट किया जाता है। इस टेस्ट के बाद रिपोर्ट में एंटीबाडी की Positivity (+) देखकर पता लग पाता है कि मरीज को टाइफाइड है।
विडाल टेस्ट का जरिया (widal test method)
- Rapid Kit
- Slide Method (Titre method)
- Tube Method
इनमे से Slide Method बहुत ही सामान्य और सबसे ज्यादा होने वाला टेस्ट है आज
हम इस आर्टिकल में इसी टेस्ट की रिपोर्ट को देखना सीखेंगे ! इससे पहले टेस्ट की
प्रिक्रिया को समझ लेते है ताकि हमें टेस्ट रिपोर्ट को समझने आसानी हो
सके।
इस टेस्ट के लिए क्लिनिक लैब में 3 चीजो का होना आवश्यक है
विडाल टेस्ट स्लाइड, एंटीजन , मरीज का ब्लड । इन सभी चीजो को आप निचे
दिखाए गए फोटो में देख सकते है।
टाइफाइड दो प्रकार का होता है Typhoid, Paratyphoid . इनको रिपोर्ट में दो भागो में देखा जाता है Typhoid O, Typhoid H और Paratyphoid AH, Paratyphoid BH कुल मिलाकर इसके 4 प्रकार है, इस वजह से टेस्ट में 4 तरह की एंटीजन का उपयोग किया जाता है।
सबसे पहले मरीज के खुन से सीरम निकाल लिया जाता है इस ब्लड सीरम को Antigen में मिला कर चेक किया जाता है। चेक के लिए स्लाइड पर रखा जाता है अगर एंटीजन के संपर्क में आने पर ब्लड फट जाता है तब इस बात से पता लगता है कि मरीज को टाइफाइड है।
इस दौरान 3 वैल्यू देखने को मिलती है
- Serum Value
- Appropria te antigen drop
- Equivalent titre
इन सभी की मात्रा को सुनिश्चित करने के लिए टेस्ट को कई बार दोहराया जाता है और इसके अंत में अनुपातिक वैल्यू (1:20 , 1:40, 1:80, 1:160, 1:160, 1:320, 1:640 ) मिलती है जिसको देखकर पता लगाया जाता है कि मरीज को टाइफाइड कितना है कब से है और पहले भी हो चूका है या नहीं।
टाइफाइड टेस्ट रिपोर्ट कैसे देखें ( how to check typhoid report )
जैसा की हमने ऊपर टेस्ट की प्रिक्रिया को पढ़ा और अब रिपोर्ट मिलने के बाद उसे कैसे देख सकते है आगे जानेंगे। इस आर्टिकल का मुख्य मकसद रिपोर्ट देखना है चलिए आपको रिपोर्ट को कैसे देखते है, जाने।
इस चित्र में दिखाए गए रिपोर्ट को ध्यान से देखे -
जैसा की आप रिपोर्ट में देख पा रहे होंगे, रिजल्ट के आगे Positive लिखा होता है इसका मतलब है मरीज को टाइफाइड हो चुका है ।
TYPHY 'O'
TYPHY 'H'
TYPHY 'AH'
TYPHY 'BH'
Widal रिपोर्ट TYPHY 'O' और 'H' में 1/80 या (1:80) से कम वैल्यू पर (+) का निशान यह बताता हैं कि मरीज को टाइफाइड नही है। अगर (+) का निशान 1:80 या उससे आगे तक है तब मरीज को टाइफाइड होता है। और इनकी जगह (-) का निशान रिपोर्ट को नेगेटिव बताता है अथार्त इस अवस्था में भी टाइफाइड नहीं होता।
दूसरी तरफ यही वैल्यू अगर TYPHY 'AH' और TYPHY 'BH' में दिखती है तो इससे पता लगता है टाइफाइड पहले से है या जल्दी में ही हुआ है। अगर इन वैल्यू में 1:80 से आगे + का निशान दिखता है तब यह पता चलता है कि मरीज को पहले भी टाइफाइड हो चुका है इसके विपरीत अगर (-) का निशान आता है तब यह पता चलता है की मरीज को पहले कभी भी टाइफाइड नहीं था।
किसी-किसी रिपोर्ट में वायरस का नाम साथ में दिखाया जा सकता है लेकिन वैल्यू का अर्थ यही होता है परिणामस्वरूप आपको रिपोर्ट समझने में कन्फ्यूज नही होना चाहिए।
जैसे TYPHY 'O' की जगह Salmonella Typhi 'O' नाम हो सकता है
टाइफाइड टेस्ट रिपोर्ट नार्मल रेंज ( Typhoid Test Report Normal Range )
जैसा आपने ऊपर पढ़ा 1: 80 से निचे + वैल्यू का दिखना, मतलब टाइफाइड की सम्भावना नहीं है अथार्त इस वैल्यू को नार्मल रेंज कहा जा सकता है लेकिन कभी कभी किसी वेक्टेरिअल इन्फेक्शन के कारण इस रेंज पर बुखार हो सकता है जोकि एक नार्मल रेंज में ही आता है।
टाइफाइड टेस्ट किट ( Typhoid Test Kit )
आजकल लोग खुद ही घरों में रहकर हर चीज करना चाहते है, इसके मध्यनजर टाइफाइड टेस्ट किट का निर्माण किया गया है! टाइफाइड बुखार या उसके द्वारा उत्पन्न बैक्टीरिया का रैपिड कीट से पता चल जाता है।
मरीज के ब्लड सिरम, बफर कैमिकल, और किट का उपयोग कर के टेस्ट रिपोर्ट का पता लग जाता है। सबसे पहले ब्लड को किट के एक हिस्से में रखा जाता है फिर उसके बाद उसमें बफर का ड्रॉप डाला जाता है फिर 15 मिनट तक इसे ऐसे छोड़ दिया जाता है इसके बाद टेस्ट को देखा जा सकता है ।
कीट में एक तरफ लिखे C, G, M टाइफाइड की पहचान बताते है अगर ब्लड, लाइन के रूप में C पर ठहरता है तब टाइफाइड नही होता। G, और M पर लाइन बनने पर टायफायड पॉजिटिव पॉजिटिव होता है, जिसका मतलब है टाइफाइड बुखार है। नीचे चित्र में आप रैपिड कीट को देख सकते है।
टाइफाइड टेस्ट की रिपोर्ट कब तक मिलती है
मेडिकल क्लिनिक में हर तरह के टेस्ट किये जाते है जादातर टेस्ट रिपोर्ट शाम तक मरीज को सौंप दी जाती है इसी तरह टाइफाइड की रिपोर्ट भी शाम तक क्लिनिक से प्राप्त की जा सकती है।
टाइफाइड टेस्ट प्राइस ( Typhoid Test Price )
प्राइवेट क्लिनिक में इस टेस्ट की कीमत 400 से 500 तक हो सकती है जबकि सरकारी हॉस्पिटल में यह सस्ते में हो जाता है जिसकी कीमत 200 से 300 तक है।
दोनों में बस इतना अंतर है की प्राइवेट क्लिक से रिपोर्ट को कम समय में प्राप्त किया जा सकता है जबकि सरकारी हॉस्पिटल में टाइम लग जाता है क्यूंकि वहा पर लोगो की टेस्ट कराने वालो की संख्या में बढ़ोतरी रहती है।
निष्कर्ष -
इस आर्टिकल में आपने जाना टाइफाइड रिपोर्ट कैसे देखें और जाना टेस्ट कैसे होता है। आशा करता हूँ आवश्यकता के अनुसार इस आर्टिकल से आपको सभी जानकारी मिल चुकी होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी, तब कमेंट और शेयर जरूर करे। यहाँ तक पढने के लिए धन्यवाद।
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FAQ
विडाल टेस्ट पॉजिटिव है या नेगेटिव कैसे पता करें?
टेस्ट रिपोर्ट में देखकर पता लगाया जा सकता है टेस्ट पॉजिटिव है या नेगेटिव।
टाइफाइड का दूसरा नाम क्या है?
आंत ज्वर या मियादी बुखार।
टाइफाइड किसकी कमी से होता है?
शरीर में इम्युनिटी कमजोर होने पर टाइफाइड होने की सम्भावना ज्यादा रहती है।
विडाल टेस्ट पॉजिटिव कब होता है?
विडाल टेस्ट साल्मोनेला नामक बेक्टेरिया के संक्रमण के बाद पॉजिटिव होता है।
टाइफाइड रैपिड टेस्ट किट की कीमत क्या है?
एक टाइफाइड रैपिड टेस्ट किट 300 से 500 रूपए हो सकती है।